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Most Popular on 27th of October, 2021
10 threads to accelerate your career:

How to Win (without talent or luck)

20+ principles compiled from the most impressive leaders and thinkers in the world.


20 Ways to Stand Out in a Hiring Process (that don’t involve your resume)

You can stand out without fancy degrees or credentials—learn how.


Common Interview Questions (& how to nail them)

Interviews suck—proper preparation makes them suck slightly less.


How to Write Cold Emails (or DMs)

Because one lucky break can make all the difference…
Most Popular on 26th of October, 2021
A month ago our ads were really struggling. CTR was at an all time low of around 0.6% and CPC was up to nearly $4. We were still profitable, but not very happy.

Today we're at 1.35% CTR and our CPC $2.22. This has given us a 35% decrease in CPA.

Here's what we did...

1) Tested, tested, tested. But not small variations or tweaks. Big things. New offers, new landing pages, drastically different creative types.


2. The first big win came from when we launched this ad. Very different than anything we'd ran before. Thumbstop was over 40% and CTR was near 1%. But it wasn't converting so well...


3. I was pretty happy with that CTR, until I launched this ad... It had our highest CTR to date of nearly 2% and CPCs were under $2. Huge for us. Plus it's running to a customizable bundle, which has a higher AOV.


4. Here's a static version that also did well. These 2 ads allowed us to re-stabilize performance and scale quite a bit with a much lower CPC and CPA that we had just 2 weeks ago.
Most Popular on 25th of October, 2021
क्या आप जानते हैं?

उत्तराखंड में एक ऐसा रहस्यमय मंदिर है, जहां माता की मूर्ति दिन में तीन बार अपना स्वरूप बदलती है।

भारत में रहस्यमय और प्राचीन मंदिरों की कोई कमी नहीं है। एक ऐसा ही मंदिर उत्तराखंड के श्रीनगर से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।


यहां हर दिन एक चमत्कार होता है, जिसे देखकर लोग हैरान हो जाते हैं। दरअसल,इस मंदिर में मौजूद माता की मूर्ति दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है।मूर्ति सुबह में एक कन्या की तरह दिखती है,फिर दोपहर में युवती और शाम को एक बूढ़ी महिला की तरह नजर आती है।यह नजारा हैरान कर देने वाला होता है।


इस मंदिर को धारी देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर झील के ठीक बीचों-बीच स्थित है। देवी काली को समर्पित इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां मौजूद मां धारी उत्तराखंड के चारधाम की रक्षा करती हैं। इस माता को पहाड़ों और तीर्थयात्रियों की रक्षक देवी माना जाता है।

एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भीषण बाढ़ से मंदिर बह गया था। साथ ही साथ उसमें मौजूद माता की मूर्ति भी बह गई और वह धारो गांव के पास एक चट्टान से टकराकर रुक गई। कहते हैं कि उस मूर्ति से एक ईश्वरीय आवाज निकली, जिसने गांव वालों को उस जगह पर मूर्ति स्थापित करने का निर्देश दिया।


इसके बाद गांव वालों ने मिलकर वहां माता का मंदिर बना दिया। पुजारियों की मानें तो मंदिर में मां धारी की प्रतिमा द्वापर युग से ही स्थापित है।

कहते हैं कि मां धारी के मंदिर को साल 2013 में तोड़ दिया गया था और उनकी मूर्ति को उनके मूल स्थान से हटा दिया गया था,..
Most Popular on 24th of October, 2021
Most Popular on 23rd of October, 2021
Trading view scanner process -

1 - open trading view in your browser and select stock scanner in left corner down side .

2 - touch the percentage% gain change ( and u can see higest gainer of today)


3. Then, start with 6% gainer to 20% gainer and look charts of everyone in daily Timeframe . (For fno selection u can choose 1% to 4% )

4. Then manually select the stocks which are going to give all time high BO or 52 high BO or already given.

5. U can also select those stocks which are going to give range breakout or already given range BO

6 . If in 15 min chart📊 any stock sustaing near BO zone or after BO then select it on your watchlist

7 . Now next day if any stock show momentum u can take trade in it with RM

This looks very easy & simple but,

U will amazed to see it's result if you follow proper risk management.

I did 4x my capital by trading in only momentum stocks.

I will keep sharing such learning thread 🧵 for you 🙏💞🙏

Keep learning / keep sharing 🙏
@AdityaTodmal
मरुत उनचास ( 49 forms of wind) का अर्थ क्या है ?

श्री राम चरित मानस-सुन्दरकाण्ड
के 25 वें दोहे में तुलसीदास जी ने जब हनुमान जी ने लंका मे आग लगाई थी, उस प्रसंग पर लिखा है

हरि प्रेरित तेहि अवसर चले ‘मरुत उनचास’।
अट्टहास करि गर्जा कपि बढ़ि लाग अकास।।25।।


अर्थात : जब हनुमान जी ने लंका को अग्नि के हवाले कर दिया तो भगवान की प्रेरणा से *उनचासों (49) पवन* चलने लगे हनुमान जी अट्टहास करके गर्जे और आकार बढ़ाकर आकाश से जा लगे

इस दोहे में उनचास मरुत का क्या अर्थ है ?
49 प्रकार की वायु के बारे में जानकारी पर आपको सनातन धर्म पर अत्यंत गर्व

तुलसीदासजी के वायु ज्ञान पर सुखद आश्चर्य होगा, जिससे शायद आधुनिक मौसम विज्ञान भी अनभिज्ञ है ।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि वेदों में वायु की 7 शाखाओं के बारे में विस्तार से वर्णन मिलता है। अधिकतर लोग यही समझते हैं कि वायु तो एक ही प्रकार की होती है,

लेकिन उसका रूप बदलता रहता है, जैसे कि ठंडी वायु, गर्म वायु और समान वायु, लेकिन ऐसा नहीं है।

दरअसल, ‘जल’ के भीतर जो वायु है उसका वेद-पुराणों में अलग नाम दिया गया है और ‘आकाश’ में स्थित जो वायु है उसका नाम अलग है।’अंतरिक्ष’ में जो वायु है उसका नाम अलग और ‘पाताल’ में स्थित वायु अलग

नाम अलग होने का मतलब यह कि उसका गुण और व्यवहार भी अलग ही होता है। इस तरह वेदों में 7 प्रकार की वायु का वर्णन मिलता है।

ये 7 प्रकार हैं- 1. प्रवह, 2. आवह, 3. उद्वह, 4. संवह, 5. विवह, 6. परिवह और 7. परावह।
Most Popular on 22nd of October, 2021
#कर्मफल तो भोगने ही पड़ेंगे, इस जन्म या अगले जन्म :

एक राजा बड़ा धर्मात्मा, न्यायकारी और ईश्वर का भक्त था। उसने ठाकुर जी का मंदिर बनवाया और एक ब्राह्मण को उसका पुजारी नियुक्त किया। वह ब्राह्मण बड़ा सदाचारी, धर्मात्मा और संतोषी था।


वह राजा से कभी कोई याचना नहीं करता था, राजा भी उसके स्वभाव से बहुत प्रसन्न था। उसे राजा के मंदिर में पूजा करते हुए बीस वर्ष बीत गये। उसने कभी भी राजा से किसी प्रकार का कोई प्रश्न नहीं किया।

राजा के यहाँ एक लड़का पैदा हुआ था। राजा ने उसे पढ़ा लिखाकर...

विद्वान बनाया और बड़ा होने पर उसकी शादी एक सुंदर राजकन्या के साथ करा दी। शादी करके जिस दिन राजकन्या को अपने राजमहल में लाये उस रात्रि में राजकुमारी को नींद न आयी।

वह इधर-उधर घूमने लगी जब अपने पति के पलंग के पास आयी तो क्या देखती है कि हीरे जवाहरात जड़ित...

मूठेवाली एक तलवार पड़ी है।

जब उस राजकन्या ने देखने के लिए वह तलवार म्यान में से बाहर निकाली, तब तीक्ष्ण धारवाली और बिजली के समान प्रकाशवाली तलवार देखकर वह डर गयी व डर के मारे उसके हाथ से तलवार गिर पड़ी और राजकुमार की गर्दन पर जा लगी।

राजकुमार का सिर कट गया और वह मर गया।

राजकन्या पति के मरने का बहुत शोक करने लगी। उसने इसगवार से प्रार्थना की कि, 'हे प्रभु! मुझसे अचानक यह पाप कैसे हो गया? पति की मृत्यु मेरे ही हाथों हो गयी। आप तो जानते ही हैं, परंतु सभा में मैं सत्य न कहूँगी क्योंकि...
Most Popular on 21st of October, 2021