My threads, data, tools I use, investment philosophy and frequently asked questions. Please review these links.

1. Overview
https://t.co/p2gjgPvhHG
2. Investing Process
https://t.co/ZpJeN0JiSV
3. Tools I use and

4. Market Analysis https://t.co/Ol9POhXMiV

5. Due diligence and deep dives on stocks
https://t.co/0oTNNsXuwr

6. General threads
https://t.co/iAaymB8kd2
7. My ongoing watchlist
https://t.co/D5ogUAOYiZ
8. List of about 20+ email newsletters in investing / technology and self help that I would recommend

https://t.co/gxtaiXiRzs
9. I do a lot of writing about IPOs and like to research new companies.

You can follow my writing and subscribe (Free) at https://t.co/6UN3u73uOR

More from Tradingthread

A thread of my threads!


1.
https://t.co/cWGjheFrdL


2. https://t.co/tgJO7riEYH


3. OFFERINGS


4. OPTIONS and WARRANTS

You May Also Like

राम-रावण युद्ध समाप्त हो चुका था। जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुम्ब सहित नष्ट हो चुका था।श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ और अयोध्या नरेश श्री राम के नेतृत्व में चारों दिशाओं में शन्ति थी।
अंगद को विदा करते समय राम रो पड़े थे ।हनुमान को विदा करने की शक्ति तो राम में थी ही नहीं ।


माता सीता भी हनुमान को पुत्रवत मानती थी। अत: हनुमान अयोध्या में ही रह गए ।राम दिनभर दरबार में, शासन व्यवस्था में व्यस्त रहते थे। संध्या को जब शासकीय कार्यों में छूट मिलती तो गुरु और माताओं का कुशल-मंगल पूछ अपने कक्ष में जाते थे। परंतु हनुमान जी हमेशा उनके पीछे-पीछे ही रहते थे ।


उनकी उपस्थिति में ही सारा परिवार बहुत देर तक जी भर बातें करता ।फिर भरत को ध्यान आया कि भैया-भाभी को भी एकांत मिलना चाहिए ।उर्मिला को देख भी उनके मन में हूक उठती थी कि इस पतिव्रता को भी अपने पति का सानिध्य चाहिए ।

एक दिन भरत ने हनुमान जी से कहा,"हे पवनपुत्र! सीता भाभी को राम भैया के साथ एकांत में रहने का भी अधिकार प्राप्त है ।क्या आपको उनके माथे पर सिन्दूर नहीं दिखता?इसलिए संध्या पश्चात आप राम भैया को कृप्या अकेला छोड़ दिया करें "।
ये सुनकर हनुमान आश्चर्यचकित रह गए और सीता माता के पास गए ।


माता से हनुमान ने पूछा,"माता आप अपने माथे पर सिन्दूर क्यों लगाती हैं।" यह सुनकर सीता माता बोलीं,"स्त्री अपने माथे पर सिन्दूर लगाती है तो उसके पति की आयु में वृद्धि होती है और वह स्वस्थ रहते हैं "। फिर हनुमान जी प्रभु राम के पास गए ।